अतः आवश्यक है कि उक्त सभी चिन्ताओं, अवसादों व न्यूनताओं का निवारण त्रिमूर्ति स्वरूप में साधक सद्गुरूदेव शक्तियों केœuvre जिससे पिछले वर्ष में अनेक स्वरूपों में जो भी कषtenir इस हेतु सद्गुरू शक्ति के साथ-साथ कर्म शक्ति को भी जाग्रत करते हुये, पुनः हर स्वरूप में युवा बन सके हुये। पुनः हर स्वरूप में .cre कहा जाता है कि भक्ति और कर्म का सामंजस्य होने पर ही जीवन में Dieu उक्त दोनों ही स्थितियों में एक का अभाव होने पर जीवन किसी भी रूप में श्रेष्ठ नहीं बन पाता।
जीवन में बीते साल में जो भी अभाव व असफ़लतायें प्राप्त हुई उसे लेकर हमें दुःखी नहीं होना चाहिये। जो बीत गया उसके बारे में सोचने की अपेक्षा आने वाले अवसरों का स्वागत करें और जीवन कोर बनाने की कोशिशरें।।. नया साल एक शुरूआत को दर्शाता है और हमेशा आगे बढ़ने की सीख देतcre Plus d'informations Plus d'informations
L'année est nouvelle, elle est donc accueillie avec de nouveaux espoirs, de nouveaux rêves, de nouveaux objectifs, de nouvelles pensées. Par conséquent, dès le premier jour de la nouvelle année elle-même, l'enthousiasme et le bonheur devraient continuer à se développer tout au long de l'année.
इसी हेतु नवीन स्वरूप में पूजा स्थल को जीवन्त जाग्रत चैतन्य करने की क्रिया करें अतः वर्ष 2020 में जो भी साधना सामग्री प्राप्त की है, उसे पूर्ण आत्मीय भाव से किसी भी मन्दिर में ईश्वर के श्री चरणों में पूर्व में ही अर्पित कर नूतन वर्ष की पूर्व Plus d'informations इस हेतु 25 दिसम्बर शुक्faceère
नूतन वर्ष के प्रथम दिवस की प्रातः बेला में चैतन्य सद्गुरू चरण पादुका, विष्णु शक्ति शालीग्राम, सहस्त्र लक्ष्मी पारद कच्छप, सर्वशत्रु संहारक नवदुर्गा शक्ति लॉकेट व धनलक्ष्मी आवाहन हेतु प्राण प्रतिष्ठा युक्त दस महाविद्या माला से नववर्ष के प्रथम दिवस से ही अभिभावक स्वरूप में सद्गुरू सानिध्य T
Sadhana Vidhan
नूतन वर्ष के प्रथम दिवस से ही सदtenir इस हेतु सदtenir
Matériel de culte :- Abir, Gulal, Mauli, Kunkum, Akshat, Fleurs, Guirlande de fleurs, Prasad, Supari, Ganga Water et Matériaux spéciaux de Sadhana - Sadhguru Charan Paduka, Vishnu Shakti Shaligram, Sahastra Lakshmi Parad Kachhap, Sarvashatru Sanharaka Navdurga Shakti Locket, Das Mahavidya Mala.
Méthode de culte:- पूर्व में ही परिवार के सभी सदस्य शुद्ध आत्मीय भiner
ऊँ अपवित्रः पवित्रे वा सर्वावस्थां गतोपि वा यः स्मरेत् पुण्डरीकरक्षं साह्यभ्यन्यन्तरः शुचिः.
आचमन :- परिवार के सभी सदस्य आचमनी से तीन बार दाहिने हाथ में जल लेकर निम्न मंत्र बोलते हुये ग्रहण करें।
OM KESHAVAYA NAMAH OM MADHAVAYA NAMAH OM NARAYANAYA NAMAH Lavez-vous les mains.
संकल्प :- दायें हाथ में जल लेकर अपने माता-पिता व परिवार के सभी सदस्यों की मनोकामना पूर्ति हेतु्छा धारण करें-
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Monsieur Plus d'informations Plus d'informations
Le vendredi, troisième jour du mois de Pausha, dans la quinzaine noire, dans la constellation Pushya Plus d'informations
Souhaite la richesse, souhaite la bonne fortune Plus d'informations
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नूतन वर्ष में हर तरह की समृद्धि, रिद्धि-सिद्धि, शुभ लाभ प्राप्ति हेतु -
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गणपति पूजनः-'ऊँ गणेशाय नमः 'का उच्चारण करते हुये घी का दीपक प्रज्जवलित कर गणपति व्गुरू के चित्र को तिलकर अक्षत, पुष्गुरू प्रसादर्पित्पितtiéviषत.
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गुरू पtenir
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वस्त्रं , चंदनं , पुष्पं , धूपं , दीपं
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-
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Exprimez à nouveau votre souhait.
Offrez du bois de santal et du tulsi sur Vishnulakshmi Swaroop Shaligram-
।। Ambe Shambhavi Vishnu Shaktiye Chandramaulishwara Uma Parvati Savitri
jeunesse Plus d'informations
सहस्त्र लक्ष्मी पारद कच्छप पूजन हेतु मंत्र उच्चारण के सiner
।। ऊँ शtenir
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बायें हाथ में सर्व शत्रु संहारक लॉकेट रखकर परिवार के सभी सदस्यों को तिलक कर हाथ में मौली बांधे व्ष्मीlan
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये राज राजेश्वरी श्avmuni
Chantez le mantra suivant 7 fois et portez le médaillon autour de votre cou.
।। Plus d'informations
दस महाविद्या माला से परिवार के सभी सदस्यों की कामना पूर्ति हेतु भाव व्यक्त कर एक-एक माला जपरें।।.
।। ऊँ ह्रीं श्रीं क्रीं क्लीं श्री लक्षtenir
शुद्ध भाव से बनी हुई खीर का प्रसाद व भोजन की थाली पूजा स्थान में रख उस भोजन का कुछ भाग निकाल कर अलग से खें उस क. Plus d'informations शुक्रवार शक्ति पर्व पर सभी अपनी मनोकामना पूर्ति हेतु प्रार्थना कर आनन्द भाव से दुर्गा आरती गुरू आरती वर्पण स्तुतिcre सम्पन्न्न.
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घर के सभी सदस्य एक साथ बैठकर प्रसाद मिश्रित कर भोजन ग्रहण करें। Plus d'informations
साथ ही सभी सदस्य लक्ष्मी के अनेक स्वरूपों की पtenir जिससे पूरे वर्ष भर तक सभी दीक्षार्थी की सद्कामना में निरन्तर वृद्धि होती हें।।
पूजन समाप्ति के बाद जितना सम्भव हो सके सके, अजपा स्वरूप में गुरू मंत्र अविरल रूप सेरते रहें। आपके अनुकूल अमृतकाल समय में सद्गुरूदेव जी द्वारा फोटो से दीक्षा प्राप्त होगी। जिससे यह नूतन वर्ष पूरे परिवार के लिये आनन्दमय योग भोग सांसारिक गृहस्थ सुखों से निरन्तर क्रियान्वित होता रहेगा।
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