इसका यही उत्तर मिलेगा, कि ऐसा सम्भव नहीं हो पाता, वास्तविक जीवन में तो enf côture सकती है।
एक बड़े बर्तन में सुस्वाद, श्रेष्ठ दूध भरा है और आप इसका पान करना चाहते है इस दूध दूध में खटाई की बूंदें बूंदें ड. सारे के सारे पात्र का दूध अपना गुण खो देगा, फट जायेगा, पीने ल लायक नहीं रहेगा, बाहर फेंकने के अलावा क्या चारा है?
अमृत में भी विष की बूंदें डाल दें, तो पूरा का पूरा अमृत विष समान हो जाता है। आपने बहुत पtenir
इसी प्रकार जीवन में चार बड़े विष हैं, जिनके रहते जीवन में आनन्द आ ही नहीं सकता, यह चार जीवन के विष हैं हैं (1-शत्रु बाधा, 2-कलह, 3- तिरस्कार, 4-भय। ये चारों स्थितियाँ विष हैं और विष को अपने जीवन से दूर करने का, इस को को Dieu
भगवती बगलामुखी की साधना यद्यपि शत्रुनाश हेतु स्वयं सिद्ध है किंतु स्वयं भगवती का यह स्वरूप उनके मूल मूल्वरूप की भ. बगलामुखी भयास्पद देवी नहीं अपितु पीताम्बर पट धारी भगवान श्रीमन्नारायाण की ही Dieu यद्यपि प्रभाव में उनके समान तीव्र कोई अन्य महाविद्या साधनiner
बगलामुखी देवी का स्वरूप ही दस महाविद्याओं में सबसे निराला है, त्रिनेत्री देवी अपने हiner
ऐसा तीव्र स्वरूप और इस तीव्र स्वरूप में सोलह शक्तियाँ समाहित है, ये 16 शक्तियाँ हैं- 1- मंगलiner - कल्मषा, 2- धात्री, 3 कलना, 4-कालकfacetience यह तीव्र साधना विशेष उद्देश्य की पूर्ति हेतु की जानी चाहिये, ऊपर लिखे जो चार दोष हैं उनके उनके निवारण हेतु संकल्प लेकर यह्रयोग करन.
Imp
à cette pratique 28 mois Plus d'informations इस साधना को रात्रि अथवा दिन में किसी भी समय सम्पन्न किया जा सकता है। इसमें साधक को साधना करते समय पीली धोती पहन कर पीले आसन पर उत्तर दिशा की ओर मुखर बैठना चाहिये। साथ ही पूजा की सभी सामग्री- अक्षत, दीपक का तेल, दीपक की बाती को पीले पीले रंग में रंग लेना चाहिये। पूजन के लिये यदि पुष्पों का प्रयोग करते हैं, तो पीले पुष्पों का ही प्रयोग करे।
इसके लिये साधक को चाहिये कि वह अपने सामने लकड़ी के बाजोट पर पीला वस्त्र बिछाकर उस .ve यंत्र के बाईं ओर दीपक जला दे। सर्वप्रथम दोनों हाथ जोड़कर निम्न श्लोक बोलते हुये बगलामुखी का ध्यान करे-
यंत्र पर अक्षत, पुष्पादि चढ़ाते हुये निम्न मंत्र बोलकर बगलामुखी की सोलह्तियों का पूजनरें
OM MANGALAI OM. ऊँ Stambhinyai Namah।
ऊँ Jrimbhini Namah. ऊँ Mohini Namah.
ऊँ Vashyai Namah. OM BALAI OM.
ऊँ Achalayai Namah. ऊँ Bhudharayai Namah।
ऊँ Kalpashayai Namah। ऊँ Dhatryai Namah।
ऊँ Kalanai Namah. ऊँ Kalakarshini Namah।
ऊँ Bhamikai Namah. ऊँ lent.
ऊँ Bhogasthaai Namah। ऊँ Bhavikai Namah.
'पीली हकीक माला' से 3 दिवस तक निम्न मंत्र की 03 माला नित्य जप करे-
Plus d'informations विसर्जित कर दें।
बगलामुखी साधना का प्रभाव साधक को अवश्य प्राप्त होता है और यह निश्चित है कि चाहे बड़े से बड़ा संकट आ जाये और साधक स्नान कर एक माला बगलामुखी मंत्र का जप कर ले, तो उसे समस्या व संकट के हल हेतु मार्ग प्राप्त हो जाता है। ऊपर जो साधना विवरण दिया गया है, यदि साधक यह साधना के साथ सर्व सौभाग्य महातपा महौदरी दीक्षा ग्रहण करता है तो निश्चित रूप से इस उच्चकोटि की महाविद्या में साक्षीभूत स्वरूप में बगलामुखी सिद्धि पूर्णरूप से प्राप्त हो जाती है, जिस प्रकार अग्नि का स्पर्श होते ही कपूर जल जाता है, उसी प्रकार जहाँ बगलामुखी पीताम्बरा की स्थापना होती है, उस साधक के जीवन से्रु दोष होती है दोष दोष सtatधक.
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