त्रिपुर भैरवी की साधना करने से साधक समस्त शत्रु पर विजय प्राप्त करता है चाहे वहlan. Plus d'informations तंत्र बाधाओं के निर्वाण के लिए इस साधना का विशेष महत्व है।
शत्रुओं और बाधाओं का संहार करने के साथ ही त्रिपुरिपुर भैरवी अपने साधक को जीवन में यश, मान, पद प्रतिष्ठा प्रदान करती हैं जससमसमसम.. दस महाविद्याओं में भगवती त्रिपुर भैरवी षष्ठ क्रम में आती हैं हैं। इनकी साधना से साधक को समाज में यश, सम्मान, समाज में प्रतिष्ठा तथा वर्चस्व प्राप्त होता है।।. त्रिपुर भैरवी को भगवती आद्या काली कiner
पुराणों में प्रसंग आता है है कि जब प्रजापति दक्ष ने यज्ञ का आयोजन किया, तो उसमें पुत्री सती एवं उनके पति भगवान शिव को (आमंत्रित नहीं किया क क्ञ्ञरerci हो. सतीआमंत.. से उनका स्वरूप अत्यन्त उग्र व प्रचण्ड हो गयiner दक्षिण दिशा में रोकने वाली देवी भगवती त्रिपुर भैरवी थीं। वे शत्रुओं का दमन करने वाली सर्व दुःख तारिणी तथा षट्कर्मों में उपास्या हैं।
पंचमी विद्या भगवती छिन्नमसtenir Plus d'informations नष्ट करने का कार्य रूद्र का है और उन्हीं की शक्ति का नाम त्रिपुर भैरवी है।। काम त्रिपुर भैरवी है। राजराजेश्वरी भुवनेश्वरी जिस पtenir
भगवती तtenir
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हस्ताब्जैर्दधतीं त्रिनेत्र विलस द्क्क्त Joh
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भगवती तtenir Plus d'informations उनके गले में मुण्ड माला तथा दोनों स्तन रक्त से लिप्त हैं। वे अपने हाथों से जप-माला, पुस्तक, अभय मुद्रा, तथा वर मुद्रा धारण किये हुए हैं। रक्त-कमल जैसी शोभा वाले उनके तीन नेत्र हैं। उनके मस्तक पर रत्न जटित मुकुट तथा मुख पर मन्द मुस्कान है।
वराही तंत्र में लिखा है, कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश आदि त्रिदेवों ने आदि काल में एक समय देवी की पूजcre तtenir एक दिन अचानक ही ऑफिस में मेरे सीने में तेज दर्द हुआ, मैं छटपटाने लगा तो मेरे साथी (काम करने वालों) ने मुझेरन्त हॉस्पिटल पहुँचरने वालों) Plus d'informations मेरे साथी समझ ही नहीं पाये कि ये अचानक क्या हो गया, इससे पहले तो ऐसा कभी नहीं हुआ। लगभग चार घण्टे हॉस्पिटल में इलाज लेने के बाद मुझे घर भेज दिया और साथ में कुछ दवा आदि भी दे दी दी।।। में कुछ दव. मैं नियमित रूप से दवा लेता रहा, परन्तु डॉक्टरों को मेरा रोग समझ में नहीं आया था। इसलिए उन्होंने मुझे चैकअप करवाने के लिए दुबारा आने को कहकर डिस्चार्ज कर दिया।
लगभग पांच-छः दिन ही गुजरे थे कि अचानक मेरी पत्नी को भी इसी प्रकार से सीने दर्द हुआ और वो लगभग लगभग मिनट में ही बेहोश. उसे भी तुरन्त हॉस्पिटल ले जाया गया, परन्तु वह रास्ते में ही अपने आप ही ठीक हो गई गई। डॉक्टरों ने उसे भी मेरा वाला इलाज देकर छुट्टी कर दी और चैकअप करवाने की सलाह दे दी।।
पन्द्रह दिनों के अन्दर ही हम दोनों पति-पत्नी ने अपना चैकअप करवा लिया, परन्तु उस चैकअप में हमारी कोई बीमारी नहीं निकली।। इसके बाद प्रायः कभी मुझे तथा कभी मेरी पत्नी का एक बार बेहोश हो जाना आरम्भ हो गया। समझ नहीं आ रहा था कि ये सब कैसे हो रहा है?
अब मेरा ऑफिस में काम करने का दिल नहीं करता था एक अजीव सी कमजोरी हर समय महसूस होती रहती। Plus d'informations बात-बात में झगड़ा, गाली-गलौज करना, घर का समान उठाकर फेंक देना, ये सबरी आम जिन्दगी में शामिल हो चुका था।
Plus d'informations उसकी हर कोशिश के बाद भी आर्थिक स्थिति दिनों दिन न्यून होने से उदास तो था ही अब गुस्से मेंर चिड़चिड़ेपन. हमारा हंसता-खेलता परिवार देखते-देखते ही उदास और हर समय नीरस रहने वाले परिवार में बदल गया। धीरे-धीरे मेरे मित्र भी मुझसे कटने लगे।
यों ही एक दिन मैं जा रहा था कि एक बस स्टैण्ड पर मुझे गुरूदेव के शिविर के पोस्टर ने आकृष्ट किया, पोस्टर कर्षक थर त्रिपुर भैरवी सर क__ère। थ. यों तो मैं साधना, मंत्र-यंत्र में विशtenir शिविर में पत्रिका प्राप्त की और पूज्य गुरूदेव जी से मिलiner ° सच कह दूं तो मुझे लग रहा था कि अब मुझे किसी इलाज की आवश्यकता नहीं है, मैं तो उनके दर्शन मात्र से ही हो हो गया। तभी पूज्य गुरूदेव की गम्भीर वाणी गूंजी- 'तुम्हारा तो पूरा घर ही तंत्र बाधा से पीडि़त है, तुम्हारे बेटे काrop कामांध से दिय दियœuvre Plus d'informations तेरे मित्र ही तेरे शत्रु बन चुके हैं, तू तो बहुत ज्यादा संकट में है। '
गुरूदेव की बात सुनते ही मेरी आंख से आंसू बहने लगे और साथ ही मुझे मिला गुरूदेव की कृपा का अमृत, उन्होंने मुझे सांत्वना प्रदान की।।।. मेरे मुंह से अनायास ही निकल पड़ा गुरूदेव अब मेरा कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। तब गुरूदेव ने मुझे साधना की गोपनीय विधि देते हुए एक यंत्र व माला भी दी जिसे प्राप्त कर जैसे मैं निहाल हो गया। आज मेरी स्थिति पहले से कई गुना अच्छी है और पूज्य गुरूदेव मेरे पूरे परिवार केरू हैं।। मंत्र-तंत्र तो जैसे अब हमारे लिये प्राण बन चुके हैं अब इसकी आलोचन आलोचना करना तो दूर, सुनना भी बहुत मुश्किल है।।। तो. पाठकों के लाभ के लिये मैं वही साधना विधि यहां लिख रहां हूं। ये साधना वास्तव में तीनों लोकों के शत्रुओं का संहार करने में सक्षम है तथा बड़े से बड़ा तंत्र प्रयोग इसके माध्यम से दूर हो ही जाता है, ये मेरा अनुभव है, मेरे लिए तो ये साधना पूज्य गुरूदेवजी का प्रदान किया हुआ वरदान ही है।
Tripura Bhairavi Sadhana Vidhan
इस साधना में आवश्यक सामग्री त्रिपुर भैरवी यंत्र, त्रिपुर शक्ति माला, त्रिशक्ति गुटिका है।। म. यह साधना आप किसी भी समय कर सकते हैं, प्रातः काल की ये साधना विशेष फलदायी है।
Plus d'informations ्पन्न करे। पीली धोती, पीला वस्त्र धारण करें। Plus d'informations ी पर पीला वस्त्र बिछा लें, उस पर त्रिपुर भैरवी यं Plus d'informations Plus d'informations Plus d'informations चाहिए।
appropriation
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Karanyas
हसरां अंगुष्ठाभ्यां नमः।, हसरीं तर्जनीभ्यां नमः।।, हसंरू
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Mot de passe
Coeur et autres shandaganyasa
Ome Hasram au cœur., Ome Hasanri à la tête.,
Hasanru Shikhayai Vashat. Je suis le bouclier du rire, les yeux du rire
Vaushaat., Hasanrah Astraya Phat.
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निम्न ध्यान मंत्र से भगवती त्रिपुर भैरवी का धेययका धेययका रेय
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हस्ताब Joh
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ध्यान के पश्चiner
Plus d'informations अगले दिन यंत्र माला और गुटिका को किसी नदी में विसर्जित कर दें
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