Plus d'informations Plus d'informations उदासी और उत्साह के रंग, खुशी, निराशा और कुंठा का चहकते हुये क्रिया से ही जिंदगी आगे बढ़ती है हैœuvre
बस एक फर्क होता है-कुछ लोग जिंदगी में आयी मुश्किलों से टूट ज. प्रतिकूल परिस्थितियों में भी दृढ़ इच्छाशक्ति के जरिये वह जीतते हैं हैं। उदाहरण बनते हैं, हम सभी के लिये दुनिया ऐसी कहानियों से भरी पड़ी है।। हमारे ही इर्द-गिर्द न जiner दरअसल दुनिया को ऐसे ही लोगों ने गढ़ा है, ऐसे ही लोगों ने जिंदगी को ज्यादा मायनेदार बनाया है।
अच्छे काम के लिये धन की कम आवश्यकता पड़ती है, पर अच्छे हृदय और संकल्प की अधिक अधिक एक गांव का मामूली किशोर नाम का लड़का था उसे खेतों में काम करना पड़ता था। ज्यादा पढ़ाई-लिखाई नहीं हो सकी थीं मशीनों में खास रूचि थी, जबकि पिता को ये्कुल अच्छा नहीं लगता था। 12-13 ans et plus Plus d'informations
Plus d'informations पैसे बहुत मामूली थे। दिन भर फैक्ट्री में काम करते और रात भर मशीनों पर ठोकiner Plus d'informations Plus d'informations Plus d'informations उनके घर से रात में जिस तरह से ठोका-पीटी की आवाजें आती, तो लोग उसे पागल समझने लगे लगे Plus d'informations Plus d'informations अजीब से दिन थे ये उसके उसके, दिनरात जमकर काम करने के चलते स्वास्थ्य खराब रहने लगा। जब वह अपनी खुद की मोटर बनाने पर काम करने लगे, तो नौकरी भी छूट गई। कुल मिलाकर न तो उन्हे पिता पसंद करते थे, न पड़ोसी और न फैक्ट्री में सहयोगी।। Plus d'informations Plus d'informations फैक्ट्री में उनके हुनर की तारीफ तो होती थी, लेकिन हर किसी की शिकायत थी कि वह न जाने कहां खोया रहता है। वह न न. वह अपनी ही धुन में मस्त रहता था।
उसकी जिंदगी उस कमरे में सिमटती जा रही थी, जिसे उसका वर्कशाप कहना ज्यादा ठीक होगा। उसको सबने कहा कि क्यों अपनी जिंदगी खराब कर रहे हो, मशीनों के साथ ज्यादा पागलपन छोड़ो, क्योंकि इससे उन्हें कोई फायदा तो हो नहीं रहा था, अगर इसी तरह की मेहनत व अपने कारखाने में करते तो अच्छी-खासी तरक्की होती। Plus d'informations आर्थिक तंगहाली भी नहीं। शुक्र है कि इन हालात में उनकी पत्नी ने उनका भरपूर साथ दिया। फिर एक दिन वो आया, जब उन्होंने एक मोटर बनाई, उसे दौड़ाकर भी दिखाया। बस ये उनकी जिंदगी का टर्निग प्वाइंट था, यहां से सब कुछ बदल बदल गया। Plus d'informations हर कोई इसे खरीद सकता था। बाद में उन्होंने दुनिया भर के उद्योगों को ऑटोमेशन का मंत्र भी दिया। जब उनकी मृत्यु हुई, तो उस समय तक वे दुनिया के सबसे शोहरतमंद और धनी शख्स थे। Plus d'informations
एक बार फिर साबित हुआ कि जो खराब हालात में धैर्य और खुदी को बुलंद रखता है, उसके रास्ते से बाधायें हटती ही हैं, बेशक देर लग ज्ते।। हटती हटती ही हैं बेशक देर लग ज. Plus d'informations तो ? जहां सभी के लिये पर्याप्त अवसर और पर्याप्त रास्ते हैं, अक्सर हम बाधाओं से तब टकराते रहते हैं, जब सही रास्ते की तलाश कर रहे होते हैं और सही रास्ता मिलने पर सफलता की ओर हमारे पैर खुद ही बढ़ने लगते हैं, लेकिन अक्सर इस तलाश में ही बहुत सारे लोग निराश हो जाते हैं, धैर्य खो देते हैं, और किस्मत को कोसने लगते हैं।।
असंभव कुछ नहीं जब तक आप जिंदा हैं तब तक सब कुछ संभव हैं-असंभव कुछ नहीं नहीं। सफल लोगों की कहानियां हमें यही बताती हैं कि यदि सफल होना है तो संकल्प को मजबूत रखना होगा। एक सूत्र हमेशा याद रखिये-
Éloignez les attentesअपनी अपेक्षाओं को कम करिये। ये भी तय है कि जिन्हें जल्दी और बगैर मेहनत के सफलता मिलती हैं हैं। Plus d'informations उनके लिये ये स्थायी नहीं हो पाती, क्योंकि सफलता तभी ठहरती है, जब आप में कुछ साबित करने के तत्व हों। में कुछ साबित करने के. सफल लोगों का ये कहना है कि अपेक्षाओं की गठरी को वे खुद से से जितना दूर रखेगें उतना अच्छा रहेगा।
आप जितना सोचते हैं उससे कहीं ज्यादा मजबूत हैं अक्सर आपको लगता होगा या आप कभी-कभार सोचते होंगे कि आप इतना दबाव बर्दाश्त नहीं कर सकते।। दब. आपको लगता है कि आपने सब कुछ कर लिया, लेकिन हालात काबू से बाहर हैं। शायद इसका जवाब खुद से मांगिये- जवाब में आप खुद महसूस करेंगे कि आपने अपना सौ फीसदी नहीं दिया है। कसर कहीं है-कहां है वो भी आप खुद-ब-खुद अपने अंदर महसूस करेंगे। जब आप सौ फीसदी देने लगेंगे तो परिणाम अलग ढंग से सामने आयेगा। Plus d'informations अतः अपने से ही पूछिये कि क्या आप वाकई खुद से संथतुसंतुसंतु Plus d'informations तो भी हताश होने की जरूरत नहीं है।
अगर आप खुद से संतुष्ट हैं और आपको लग रहा है कि आप सौ फीसदी दे हे हे हैं तो लगे रहिये-दरवाजा खुलेगा ही कभी कभी दरवाजा जब ज्यादा मजबूती सेœuvre मेहनत लगती है। Plus d'informations ऐसा लगता है कि संभावनाओं से भरे हुये सारे दरवाजे बंद होते जा रहे हैं (वास्तव में ऐसा होता नहीं हैं) वे अवसर रूपी दरवाजे होते हैं, जिनसे उम Dieu कर tiéूपी दरव. अक्सर ऐसी स्थिति पहले निरœuvre trait चरित्र बदलने लगता है, लेकिन कुछ लोग इन्हीं स्थितियों में मजबूत होते हैं और खराब समय को ही अपने जीवन को स्वर्णिम ढ़ग.
ध्यानचंद जिस पृष्ठभूमि से आये थे, उसमें खेल का कोई नामो निशान नहीं था। Plus tard, plus tard फिर दिन-रात एक करके हॉकी का अभ्यास किया। सुबह उठने से पहले लोग ध्यानचंद को मैदान पर अकेले गेंद के साथ ड्रिबलिंग करते देखते थे थे Plus d'informations उनके मन में बस यही विचार था कि ये खेल ही है है, जो उन्हें आगे ले जा सकता है। Plus d'informations फिर दिनो दिन अभ्यास से ध्यानचंद अपनी बटालियन और सेना के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बन गये।। स. Imp से निकालकर अलग खड़ा कर दिया। एक दिन में या कुछ हफ्रतों में कुछ भी नहीं बदलता, अगर लंबी सफलता चाहिये तो बगैर उम्मीद किये लंबे समय तक डटे रहन. इच्छाशक्ति दरअसल एक ऐसी ऊर्जा है, जो आपके बिखरे हुये अनियंत्रित विचारों को एक दिश.
ढेरों उदाहरण हैं जो ये बताते हैं कि वाकयी हर साधक, शिष्य अपने आपको बदलने में सक्षम होता है, बशर्ते अगर वह खुद ऐसा करना चाहे तो आप खड़े हो जाइये, इरादों को मजबूत करिये और एक-एक कदम मजबूती से आगे बढ़ाना शुरू कर दीजिये । Plus d'informations
Shobha Shrimali
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